सलवा जुडूम : राज्य, माओवाद और हिंसा की अन्तहीन दास्तान
चौबे, कमल नयन (2018) सलवा जुडूम : राज्य, माओवाद और हिंसा की अन्तहीन दास्तान प्रतिमान (12). pp. 187-208.
Fulltext Document
सलवा जुडूम - राज्य, माओवाद और हिंसा की अन्तहीन दास्तान.pdf Download (446kB) |
Introduction
इस समीक्षा-आलेख में नन्दिनी सुन्दर की पुस्तक ‘द बर्निंग फ़ॉरेस्ट : इण्डियाज वॉर इन बस्तर’ को केन्द्र में रखा गया है। इसमें सलवा जुडूम अभियान की पृष्ठभूमि, अमानवीय ज़्यादतियों और माओवादी राजनीति व राज्य के बीच प्रतियोगी हिंसा के प्रभावों का विश्लेषण किया गया है। यह समीक्षा-आलेख आठ भागों में है, जो कि अलग-अलग परिप्रेक्ष्य में मुख्य विषय-वस्तु को व्याख्यायित करता है। इनमें सन्दर्भ के रूप में साहित्य, राजनीतिक दलों की भूमिका, बस्तर, माओवादी व सलवा जुडूम, नागरिक संगठन, मानवाधिकार आयोग, मीडिया तथा न्यायालय के फ़ैसलों के परिप्रेक्ष्य को मुख्य रूप से शामिल किया गया है।
Item Type: | Article |
---|---|
Discipline: | Development Studies Political Science |
Programme: | Works of Partner Organisations > Centre for the Study of Developing Societies > Pratimaan |
Creators(English): | Kamal Nayan Choubey |
Publisher: | CSDS, Delhi |
Title of Book(English): | Pratimaan |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3562 |
Edit Item |
Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.