शिवशरण और उसकी मोटर कार
नौटियाल, सुन्दर (2018) शिवशरण और उसकी मोटर कार पाठशाला भीतर और बाहर, 1. pp. 80-87.
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Introduction
इस लेख में एक विद्यार्थी द्वारा सौर ऊर्जा से चलने वाली मोटर कार बनाने का विवरण दिया गया है। यह विवरण एक अध्यापक का विज्ञान शिक्षण का अनुभव है। इसमें एक बच्चे की अपनी खिलौना कार को तोड़ने, तोड़कर जोड़ने, कल-पुर्जे खोलने, उनकी कार्यविधि समझने की स्वाभाविक जिज्ञासा को अभिव्यक्त करने का प्रयास किया गया है। इस प्रयास में शिक्षक द्वारा निरन्तर विद्यार्थी की खोजी प्रवृत्ति और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने की पहल दिखाई देती है। खोजी प्रवृति और रचनात्मकता विज्ञान शिक्षण की पढ़ाई का एक बुनियादी काम है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | University Publications > Pathshala Bheetar Aur Baahar |
Creators(English): | Sundar Nautiyal |
Publisher: | Azim Premji University |
Journal or Publication Title(English): | Paathshala Bheetar aur Bahar |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2078 |
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Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.