दुनिया को दहलाता एक अदृश्य जैविक कण
दुबे, भोलेश्वर (2020) दुनिया को दहलाता एक अदृश्य जैविक कण पाठशाला भीतर और बाहर, 5. pp. 27-33.
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Introduction
कोरोना एक वायरस है जिसने पूरी दुनिया को हिला रखा है। इसको लेकर भय के साथ यह जानने की जिज्ञासा भी है कि यह है क्या? यह लेख बताता है कि वायरस कैसे होते हैं? ये सजीव होते हैं अथवा निर्जीव? किसके बने होते हैं? लेख इन अतिसूक्ष्म कणों के विकास की बात करते हुए बताता है कि नोवेल कोरोनावायरस क्या है? इसकी रचना कैसी है? यह शरीर में कैसे प्रवेश करता है और कैसे बढ़ता है? लेख में जिस तरह से इसकी चर्चा है, उससे वायरस और वायरस जनित रोगों के बारे में समझ बनती है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | University Publications > Pathshala Bheetar Aur Baahar |
Creators(English): | Bholesrar Dubey |
Publisher: | Azim Premji University |
Journal or Publication Title(English): | Paathshala Bheetar aur Bahar |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2160 |
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Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.