पीयर इंस्ट्रक्शन शिक्षण पद्धति के मेरे अनुभव - सन्दर्भ विज्ञान शिक्षण
पांडेय, शिव (2021) पीयर इंस्ट्रक्शन शिक्षण पद्धति के मेरे अनुभव - सन्दर्भ विज्ञान शिक्षण पाठशाला भीतर और बाहर, 10. pp. 29-36.
Fulltext Document
पीयर इंस्ट्रक्शन शिक्षण पद्धति के मेरे अनुभव.pdf Download (234kB) |
Introduction
सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में शिक्षार्थियों की सक्रिय भागीदारी और प्रतिक्रिया का बड़ा महत्त्व देखा जाता है। पीयर इंस्ट्रक्शन एक ऐसी ही शिक्षण पद्धति है जिसमें शिक्षार्थी एक-दूसरे की राय और तर्क से अपनी समझ बनाते हैं, एक-दूसरे को सुझाव व फ़ीडबैक देते हैं और अपनी भी राय अभिव्यक्त करते हैं। इस तरीक़े में शिक्षक, बच्चों में अवधारणा निर्माण की चरणबद्ध प्रक्रिया को देख और समझ पाते हैं। लेखक ने इस आलेख में कक्षा 9वीं के बच्चों के साथ पीयर इंस्ट्रक्शन पद्धति से ‘श्वसन’ विषय पर कक्षा में किए गए काम का अनुभव प्रस्तुत किया है।
Item Type: | Article |
---|---|
Discipline: | Education |
Programme: | University Publications > Pathshala Bheetar Aur Baahar |
Creators(English): | Shiv Pandey |
Publisher: | Azim Premji University |
Journal or Publication Title(English): | Paathshala Bheetar aur Bahar |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2254 |
Edit Item |
Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.