परमाणु सिद्धान्त और शिक्षकों की भ्रान्तियाँ
सुधीर, उमा (2008) परमाणु सिद्धान्त और शिक्षकों की भ्रान्तियाँ संदर्भ (60). pp. 35-41.
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Introduction
परमाणु सिद्धान्त आधुनिक रसायन विज्ञान का एक केन्द्रीय तत्त्व है। लेखक के अनुसार, इस सिद्धान्त को माध्यमिक विद्यालय से लेकर उच्च विद्यालय तक में बहुत ही संक्षिप्त रूप में और लापरवाही के साथ पढ़ा और पढ़ाया जाता है। इसके तह तक कोई भी नहीं जाना चाहता है। साथ ही इसे लेकर बहुत अधिक भ्रामक और गलत धारणाएँ भी मौजूद हैं। इन्हीं भ्रामक और गलत धारणाओं को लेकर विविध प्रश्नों के उत्तर इस लेख के माध्यम से तलाशने की कोशिश की गई है। तीन सवालों के ज़रिए उसे उत्तरों का विश्लेषण किया गया है। आगे आप इस आलेख के ज़रिए ही इस सिद्धान्त को ठीक तरह से समझ व जान पाएँगे।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Eklavya Foundation > Sandarbh |
Creators(English): | Uma Sudheer |
Publisher: | Eklavya Foundation |
Journal or Publication Title(English): | Sandarbh |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2710 |
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Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.