संवाद एवं लोकतांत्रिक कक्षा
कुमार, जितेन्द्र (2010) संवाद एवं लोकतांत्रिक कक्षा संदर्भ (69). 35 -48.
Fulltext Document
संवाद एवं लोकतांत्रिक कक्षा.pdf Download (302kB) |
Introduction
कक्षा के वातावरण का शिक्षक और बच्चों के बीच के संवाद पर क्या असर होता है? कभी बच्चे शिक्षक की बात ध्यानपूर्वक सुनते हैं, तो कभी आपस में बातें करने में लग जाते हैं, तो कई बार बच्चों को शिक्षक की बात बोझिल भी मालूम पड़ती है। क्या शिक्षक और बच्चों के बीच सामान्य वातावरण का निर्माण किया जा सकता है? अगर हाँ, तो कैसे? वास्तव में सामान्य वातावरण होता है क्या है? इसका स्वतंत्र, नवोन्मेष, मस्तिष्क विकास और सीखने-सिखाने की प्रक्रिया से क्या सम्बन्ध है? इन आधारभूत सवालों की जाँच-पड़ताल इस लेख में की गई है।
Item Type: | Article |
---|---|
Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Eklavya Foundation > Sandarbh |
Creators(English): | Jitandr Kumar |
Publisher: | Eklavya Foundation |
Journal or Publication Title(English): | Sandarbh |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2714 |
Edit Item |
Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.