संविधान के दायरे का उल्लंघन करती पाठ्यपुस्तकें
रायना, विनोद (2007) संविधान के दायरे का उल्लंघन करती पाठ्यपुस्तकें शिक्षा विमर्श. pp. 21-25. ISSN 2231-0509
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Introduction
यह राजस्थान की पाठ्यपुस्तकों पर आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन में दिया गया वक्तव्य है। राजस्थान की तत्कालीन पाठ्यपुस्तकों पर आधारित यह वक्तव्य बताता है कि ये पुस्तकें संवैधानिक मूल्यों मसलन लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता व बराबरी का उल्लंघन करती हैं। ये धार्मिक व अन्य किस्म के दुराग्रहों से ग्रस्त हैं तथा शिक्षाशास्त्रीय मानकों के लिहाज़ से भी बहुत ख़राब हैं। वक्तव्य इन ख़ामियों के पीछे धर्म के आधार पर की जाने वाली राजनीति को रेखांकित करता है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Curriculum Studies Education for Citizenship Textbooks - Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Digantar > Shiksha Vimarsh |
Creators(English): | Vinod Raina |
Publisher: | Digantar |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3377 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.