इत्र बनाम चमड़ा : उत्तर प्रदेश में जाति और गंध की राजनीति
कपूर, शिवानी (2016) इत्र बनाम चमड़ा : उत्तर प्रदेश में जाति और गंध की राजनीति प्रतिमान (7). pp. 240-257.
Fulltext Document
इत्र बनाम चमड़ा - उत्तर प्रदेश में जाति और गंध की राजनीति.pdf Download (1MB) |
Introduction
यह लेख राजनीतिशास्त्र में किए जाने वाले प्रतीकों की राजनीति का एक अनोखा अध्ययन पेश करता है। लेख में ‘गन्ध की राजनीति’ पर चर्चा करते हुए बताया गया है कि पहचान की राजनीति को किस तरह से विचारधारात्मक मोड़ देकर मूल मुद्दों से भटकाते हुए वोट बटोरने का साधन बनाया जाता है। लेख इस प्रक्रिया पर भी विचार करता है कि राजनीति के लिए गन्ध महज भौतिक और रासायनिक परिघटना नहीं है बल्कि उसका एक सामाजिक और राजनीतिक पहलू भी है जो किसी भी ख़ुशबू या बदबू को एक संवेदना, घटना या अनुभव तक सीमित न रखकर सत्ता और पदानुक्रम का सवाल भी बना देता है। लेखक ने इस लेख को समाज में घटित उदाहरणों के माध्यम से सम्प्रेषित कर अधिक पठनीय बनाया है।
Item Type: | Article |
---|---|
Discipline: | Development Studies Political Science |
Programme: | Works of Partner Organisations > Centre for the Study of Developing Societies > Pratimaan |
Creators(English): | Shivani Kapoor |
Publisher: | CSDS, Delhi |
Journal or Publication Title(English): | Pratimaan |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3395 |
Edit Item |
Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.