अस्मिता और अन्यता : सम्बन्ध, समस्या और समाधान
टण्टन, आलोक (2014) अस्मिता और अन्यता : सम्बन्ध, समस्या और समाधान प्रतिमान (4). pp. 570-580.
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Introduction
इस आलेख में अस्मिता पर आधुनिकता के प्रभाव, उसके पारम्परिक क्षेत्र से निकालकर सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में स्थापित होने और उसकी निर्माण प्रक्रिया को लेकर उदारवादी, परमाणुवादी व सामुदायिक दृष्टि के बीच भेद की चर्चा है। साथ ही तीव्र सामाजिक परिवर्तन की वजह से सांस्कृतिक परिदृश्य में उत्पन्न दरारों का अस्मिता पर प्रभाव, अस्मिता के ज्ञानोदयी, सामाजिक व उत्तर-आधुनिक अवधारणा में अन्तर स्व व अन्य के बीच सम्बन्ध में बदलाव को भी दिखाया गया है। अस्मिता-बहुल व अस्मिता आधारित राजनीति के दौर में अस्मिता के टकराव को टालने में सर्वसमावेशीवाद, बहुसंस्कृतिवाद, अन्त:संस्कृतिवाद और परासंस्कृतिवाद किस तरह मददगार हो सकते हैं इसकी चर्चा लेख में है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Development Studies Political Science |
Programme: | Works of Partner Organisations > Centre for the Study of Developing Societies > Pratimaan |
Creators(English): | Alok Tanton |
Publisher: | CSDS, Delhi |
Journal or Publication Title(English): | Pratimaan |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3491 |
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