बच्चे भाषा कैसे सीखते हैं, क़ुदरती जादू या लम्बा सफ़र
आइचिसन, जीन (2009) बच्चे भाषा कैसे सीखते हैं, क़ुदरती जादू या लम्बा सफ़र खोजबीन (6). pp. 48-54.
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Introduction
लेख विद्या भवन सोसायटी द्वारा अप्रैल 2004 में आयोजित ‘ज्ञान का निर्माण’ सेमीनार में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफ़ेसर जीन आइचिसन द्वारा दिए गए वक्तव्य को प्रस्तुत करता है। वक्ता रेखांकित करती हैं कि बच्चे के जन्म लेते ही उस भाषा से उनका सम्पर्क बन जाता है जिसके लय से वे अपने गर्भकाल में पहले ही अनुकूलित हो चुके होते हैं। वे बच्चों के भाषा सीखने की प्रक्रिया में विभिन्न स्तरों की विस्तार से व्याख्या करती हैं और दूसरी भाषा सीखने में रत बच्चों के समक्ष मौजूद चुनौतियों की एक बानगी पेश करती हैं। साथ ही इस प्रक्रिया में वे वैयक्तिक एवं भाषायी विविधता की भूमिका की ओर भी इशारा करती हैं।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Vidya Bhawan Society > Khojbeen |
Creators(English): | Jean Aitchison |
Publisher: | Vidya Bhawan |
Journal or Publication Title(English): | Khojbeen |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3505 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.