बृहस्पति पर चौम्स्की
आइचिसन, जीन (2009) बृहस्पति पर चौम्स्की खोजबीन (6). pp. 64-74.
Fulltext Document
बृहस्पति पर चौम्स्की.pdf Download (9MB) |
Introduction
लेख प्रोफ़ेसर जीन आइचिसन द्वारा सम्पादित पुस्तक द आर्टिकुलेट मैमल का भावानुवादित अंश है। इसमें लेखिका बृहस्पति ग्रह के सम्राट को अँग्रेज़ी भाषा से अवगत करवाने में प्रयासरत नोआम चौम्स्की के उदाहरण के माध्यम से इन्सानी भाषा की प्रकृति एवं उसके व्याकरण पर ध्यान केन्द्रित करती हैं। इसके ज़रिए वे इंगित करती हैं कि यद्यपि भाषाविज्ञान का ज्ञान व भाषा का प्रयोग दोनों एक-दूसरे से परोक्ष रूप से सम्बन्धित हैं फिर भी भाषाविज्ञान के नज़रिए से भाषायी बनावट की समझ उस भाषा के पैदायशी वक्ताओं की क्षमता एवं उसके प्रयोग की समझ से काफ़ी फ़र्क़ है।
Item Type: | Article |
---|---|
Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Vidya Bhawan Society > Khojbeen |
Creators(English): | Jean Aitchison |
Publisher: | Vidya Bhawan |
Journal or Publication Title(English): | Khojbeen |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3506 |
Edit Item |
Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.