पर्यावरण अध्ययन में सामाजिक अध्ययन शिक्षण
कामिनी, and सिंह, पुष्पराज (2010) पर्यावरण अध्ययन में सामाजिक अध्ययन शिक्षण खोजबीन (11). pp. 26-30.
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Introduction
इस लेख में लेखकद्वय रेखांकित करते हैं कि सार्थक सामाजिक अध्ययन शिक्षण की बात तब तक नहीं की जा सकती जब तक कि उसकी प्रकृति, स्वरूप और शिक्षणशास्त्र को नहीं समझा जाता। वे विज्ञान एवं सामाजिक अध्ययन दोनों विषयों के ज्ञान प्राप्ति के स्रोतों एवं उसकी जाँच के तरीक़ों के बीच मौजूद भिन्नता का भी ज़िक्र करते हैं। साथ ही वे बताते हैं सामाजिक अध्ययन के ज़रूरी कौशलों के ज़रिए विद्यार्थी आस-पास की घटनाओं को देखकर उनका विश्लेषण करने एवं अपनी अवधारणाओं में तार्किक सम्बन्ध खोजकर निष्कर्ष निकालने में समर्थ हो पाता है और समाज में एक बेहतर नागरिक के रूप में विकसित होता है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Vidya Bhawan Society > Khojbeen |
Creators(English): | Kamini, Pushparaj |
Publisher: | Vidya Bhawan |
Journal or Publication Title(English): | Khojbeen |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3517 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.