क्यों पढ़ाएँ पर्यावरण अध्ययन?
दीवान, हृदय कान्त (2010) क्यों पढ़ाएँ पर्यावरण अध्ययन? खोजबीन (12). pp. 4-12.
Fulltext Document
क्यों पढ़ाएँ पर्यावरण अध्ययन.pdf Download (11MB) |
Introduction
लेख पर्यावरण अध्ययन शिक्षण के उद्देश्यों को सन्दर्भित करता है। इसमें लेखक पर्यावरण अध्ययन से जुड़ी अपेक्षाओं और इसके शिक्षण के लिए अनुकूल परिस्थितियों का ज़िक्र करते हैं। साथ ही वे पर्यावरण अध्ययन में विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के घटकों के समावेश का भी विश्लेषण करते हैं। उनका मानना है इससे विद्यार्थी को उत्तरोत्तर बेहतर निर्णय लेने, अपने रास्ते ख़ुद सोचने व बनाने में ज़्यादा आत्मविश्वास महसूस करने में मदद मिलनी चाहिए और इसे बच्चे को प्राप्त जानकारी से व्यापक अवधारणा का ढाँचा बनाने में समर्थ करने वाला होना चाहिए। साथ ही शिक्षक को भी कक्षा में बच्चों के विभिन्न कौशलों का विकास करने हेतु भरपूर अवसर मुहैया करवाने चाहिए।
Item Type: | Article |
---|---|
Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Vidya Bhawan Society > Khojbeen |
Creators(English): | Hriday kant Dewan |
Publisher: | Vidya Bhawan |
Journal or Publication Title(English): | Khojbeen |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3518 |
Edit Item |
Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.