आरक्षण – एक वैकल्पिक प्रस्ताव
देशपाण्डे, सतीश and यादव, योगेन्द्र (2008) आरक्षण – एक वैकल्पिक प्रस्ताव मूल प्रश्न. pp. 11-16.
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Introduction
ओबीसी आरक्षण को लागू करने की प्रक्रिया में यह पेचीदगी थी कि ओबीसी की सभी जातियाँ समान रूप से पिछड़ी नहीं थीं। ऐसी स्थिति में यह प्रश्न था कि आरक्षण किन आधारों पर दिया जाए जो योग्यता की पहचान भी कर सके और सामाजिक न्याय भी कर सके। इन्हीं स्थितियों को ध्यान में रखकर यह लेख एक वैकल्पिक उपाय सुझाता है। लेखकों ने व्यक्ति की पृष्ठभूमि यानी कि जाति, लिंग, क्षेत्र तथा पैतृक व्यवसाय आदि पर आधारित सामाजिक प्रतिकूलता के अंकों का निर्धारण करने की कसौटी दी है। उनकी सलाह है कि शैक्षिक योग्यता के अंकों के साथ ही प्रतिकूलता के अंकों को भी चयन का आधार बनाना चाहिए।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Inclusive Education- Policies and Principles Social and political education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Moolprashna > Moolprashna |
Creators(English): | Satish Deshpande & Yogendra Yadav |
Publisher: | Mool Prashna |
Journal or Publication Title(English): | Mool Prashna |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3674 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.