धरती के चुम्बक का असर
शर्मा, अजय (1997) धरती के चुम्बक का असर संदर्भ (16). pp. 35-44.
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Introduction
पृथ्वी का चुम्बकत्व शायद जीवन के लिए एक रक्षा कवच है जो जीवन के अस्तित्व के लिए काफ़ी आवश्यक एवं महत्त्वपूर्ण है। मानव द्वारा नेविगेशन के लिए चुम्बकीय ध्रुवों का उपयोग किया जाता है। कई प्रवासी जीव इसकी पहचान के आधार पर ही प्रवास एवं दिशा का ज्ञान प्राप्त करते हैं। लेकिन चुम्बकीय सम्वेदनशीलता को लेकर हमारी समझ अभी आधी-अधूरी ही है। इस विषय पर शोध से नित नए आश्चर्यजनक तथ्य उभर कर आ रहे हैं। मैगनेटो थेरेपी जैसे कई सवाल हैं जिनके जवाब या तो नहीं हैं या फिर अधूरे हैं। इस लेख में इन्हीं विषयों पर चर्चा की गई है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Eklavya Foundation > Sandarbh |
Creators(English): | Ajay Sharma |
Publisher: | Eklavya Foundation |
Journal or Publication Title(English): | Sandarbh |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/1780 |
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Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.