सन्दर्भों में निहित गणितीय सम्भावनाएँ
प्रसाद, अशोक (2022) सन्दर्भों में निहित गणितीय सम्भावनाएँ पाठशाला भीतर और बाहर, 11. pp. 20-27.
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Introduction
गणितीय अवधारणाओं को सिखाने में सन्दर्भ चयन व भूमिका पर केन्द्रित यह लेख गणितीयकरण व समस्या हल करने के अर्थ को खँगालता है। आसपास उपलब्ध उदाहरणों में कौन-से स्वाभाविक, सटीक और अर्थपूर्ण सन्दर्भ हैं इनकी पहचान सन्दर्भ और अवधारणाओं के सम्बन्ध को उभारेगी। लेख गणितीय अवधारणा को समझने की यात्रा को तीन पड़ावों में बाँटता है— सन्दर्भों में निहित अमूर्त विचारों का निरूपण; निरूपण पर सार्थक बातचीत और बदलाव करते हुए सम्बन्ध खोजना; और पुराने सम्बन्धों के आधार पर सार्थक नए पैटर्न या सम्बन्ध बनाना। इसमें सन्दर्भ पर बहुत केन्द्रित हो जाने से आने वाली दिक़्क़तों की भी चर्चा है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | University Publications > Pathshala Bheetar Aur Baahar |
Creators(English): | Ashok Prasad |
Publisher: | Azim Premji University |
Journal or Publication Title(English): | Paathshala Bheetar aur Bahar |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2268 |
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Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.