शिक्षा में मूल्यों की प्रतिष्ठा के निहितार्थ
पण्डित, सुरेश (2001) शिक्षा में मूल्यों की प्रतिष्ठा के निहितार्थ शिक्षा विमर्श. 26 -28. ISSN 2231-0509
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Introduction
यह लेख शिक्षा में मूल्यों की पुनःप्रतिष्ठा पर चर्चा करता है। लेख इस प्रश्न से टकराता है कि क्या शिक्षा में मूल्यों को स्थापित करना आवश्यक है या फिर मूल्यों के आधार पर शिक्षा को निर्मित किया जाना महत्त्वपूर्ण समझा जाना चाहिए। लेखक के अनुसार वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में थोड़ा-बहुत बदलाव करके और उसमें कुछ मूल्यों को रख देने से ही मुश्किलें हल नहीं होंगी। लेख सुझाता है कि मूल्यों पर आधारित ऐसी शिक्षा निर्मित की जानी चाहिए जो मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और शारीरिक रूप से उदात्त बना सके और बाज़ारी शक्तियों की अवधारणा को समझने की दृष्टि भी दे सके।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Digantar > Shiksha Vimarsh |
Creators(English): | Suresh Pandit |
Publisher: | Digantar |
Journal or Publication Title(English): | Shiksha Vimarsh |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2912 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.