कबीर और देशज आधुनिकता
आचार्य, नन्दकिशोर (2016) कबीर और देशज आधुनिकता प्रतिमान (7). pp. 43-48.
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Introduction
यह पुरुषोत्तम अग्रवाल की किताब ‘अकथ कहानी प्रेम की : कबीर की कविता और उनका समय’ की समीक्षा है। लेखक कबीर की कविताई के बहाने भारतीय परम्परा में गहरे पैठने, अपने समय के लिए पुनः अर्जित करने की कोशिशों को रेखांकित करते हैं। लेख में पुरुषोत्तम अग्रवाल के कबीर के कवि को समझने के प्रयासों के साथ-साथ उनकी संवेदना की अभिव्यक्ति के रूप और माध्यम के प्रतीक-व्यक्तित्व की समझ को भी बताने की कोशिश की गई है। समीक्षक पुस्तक में कबीर की प्रासंगिकता को कायम रखने के लिए कबीर के जीवन और कविताई की जाँच पड़ताल करते हुए मध्यकालीन कविता के अध्ययन को दृष्टि देने का प्रयास भी करता है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Social Sciences Literature |
Programme: | Works of Partner Organisations > Centre for the Study of Developing Societies > Pratimaan |
Creators(English): | Nandkishore Acharya |
Publisher: | CSDS, Delhi |
Journal or Publication Title(English): | Pratimaan |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3390 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.