फ़ेल और पास के चक्कर में फँसी शिक्षा
शर्मा, कालूराम (2008) फ़ेल और पास के चक्कर में फँसी शिक्षा खोजबीन (3). pp. 12-13.
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Introduction
लेख परीक्षा पद्धति और पास-फ़ेल के भँवरजाल में वर्तमान शिक्षा की स्थिति को बयां करता है। यह बताता है कि कैसे बच्चे सीखने-समझने और रचने की नैसर्गिक क्षमताओं का क्षरण हो जाने से कुन्द हो जाते हैं और असफलता, निराशा और डर के दुष्चक्र में फँस जाते हैं। लेखक बताते हैं कि परीक्षा की दहशत की वजह से न केवल बच्चों में बल्कि अभिभावकों में भी चिन्ता, तनाव और असहजता व्याप्त हो जाती है। साथ ही वे सुझाते हैं कि परीक्षा ऐसी हो जो शिक्षकों को फ़ीडबैक दे कि विद्यार्थियों ने क्या सीखा है और जो कमी रही है उसे ठीक करने के लिए क्या किया जा सकता है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Vidya Bhawan Society > Khojbeen |
Creators(English): | Kaluram Sharma |
Publisher: | Vidya Bhawan |
Journal or Publication Title(English): | Khojbeen |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3523 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.