बुनियादी तालीम में मेरा सफ़र : भाग-एक
सोनी, दयाल चन्द्र (2013) बुनियादी तालीम में मेरा सफ़र : भाग-एक शिक्षा की बुनियाद (5). pp. 4-11.
Fulltext Document
बुनियादी तालीम में मेरा सफ़र.pdf Download (7MB) |
Introduction
वर्ष 1986 में डॉ. जाकिर हुसैन की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली में ‘बुनियादी शिक्षा की प्रासंगिकता’ विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया था। यह इस गोष्ठी में लेखक द्वारा प्रस्तुत किए गए पर्चे का पहला भाग है। इसमें वे बुनियादी मदरसे में अपने द्वारा किए गए प्रयोगों का ज़िक्र करते हैं। वे बताते हैं बुनियादी शिक्षा से पढ़कर निकले बच्चे हाथ के हुनर में दक्ष होने के साथ-साथ स्वावलम्बी बनते हैं। ऐसे बच्चे मात्र शिक्षा के सहारे न रहकर अपनी दक्षता के आधार पर समाज में एक मुक़ाम हासिल करते हैं जो समाज में ग़ैर-बराबरी व भेदभाव खत्म करने में मददगार होता है।
Item Type: | Article |
---|---|
Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Vidya Bhawan Society > Shiksha Ki Buniyad |
Creators(English): | Dayal chandra Soni |
Publisher: | Vidya Bhawan Society |
Journal or Publication Title(English): | Shiksha ki Buniyad |
Related URLs: | |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3086 |
Edit Item |
Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
अनुवाद पहल, अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनूदित। इस अकादमिक संसाधन का उपयोग केवल ग़ैर-व्यावसायिक, अकादमिक एवं शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.