भाषा की कक्षा में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
मलय’, प्रमोद दीक्षित (2015) भाषा की कक्षा में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता शिक्षा की बुनियाद (12). pp. 81-84.
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Introduction
लेख के माध्यम से लेखक सार्वजनिक शिक्षा के संक्रमण काल को सन्दर्भित करते हैं जब शिक्षा प्रणाली को न तो पूरी तरह परम्परागत और न ही पूरी तरह से बदली हुई कहा जा सकता है। वे रेखांकित करते हैं कि शिक्षण में नवाचारों के प्रयोग और बाल-केन्द्रित प्रयासों को गति देने के आग्रहों के बावजूद भी शिक्षकों के अध्यापन के तौर-तरीक़े अब भी शिक्षक केन्द्रित, भय एवं दण्ड प्रधान हैं जो कि कक्षाओं का वातावरण बोझिल और अरुचिकर बनाए रखते हैं। अपने अनुभवों के आधार पर वे सुझाते हैं कि आज के सन्दर्भ में बच्चों की शिक्षा में परिवेश आधारित संवाद को शामिल करना और उनके मौलिक चिन्तन को बढ़ावा देना अत्यन्त आवश्यक है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Vidya Bhawan Society > Shiksha Ki Buniyad |
Creators(English): | Pramod Dixit 'Malay' |
Publisher: | Vidya Bhawan Society |
Journal or Publication Title(English): | Shiksha ki Buniyad |
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URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3103 |
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.