पाठ्यपुस्तक विश्लेषण – कुछ शिक्षणशास्त्रीय तथा सामाजिक पहलू
अहमद, फ़िरोज़ and रावत, बीरेन्द्र सिंह (2003) पाठ्यपुस्तक विश्लेषण – कुछ शिक्षणशास्त्रीय तथा सामाजिक पहलू शिक्षा विमर्श. pp. 23-30. ISSN 2231-0509
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Introduction
इस लेख में दिल्ली के सर्वोदय विद्यालयों की कक्षा एक-दो में (सन् 2003 में) पढ़ाई जा रही सामाजिक अध्ययन की पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा है। पाठ्यपुस्तकों का विश्लेषण शिक्षणशास्त्रीय और सामाजिक पहलुओं को केन्द्र में रखकर किया गया है। लेख बताता है कि इन पाठ्यपुस्तकों में परिवार के स्तर पर होने वाले जेण्डर भेदभाव, नैतिकता की शिक्षा, अस्वच्छता पर हास्य जैसे उदाहरण दिखाई देते हैं। लेखक सवाल उठाते हैं कि क्या पाठ्यपुस्तकों को बाज़ार की मनमानी पर या राज्य के दायित्व से पल्ला झाड़ लेने वाले रवैये पर छोड़ देना चाहिए?
Item Type: | Article |
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Discipline: | Textbooks - Education Education |
Programme: | Works of Partner Organisations > Digantar > Shiksha Vimarsh |
Creators(English): | Firoz Ahmed and Birender Singh Rawat |
Publisher: | Digantar |
Journal or Publication Title(English): | Shiksha Vimarsh |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3417 |
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Disclaimer
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.