कविता - भाषा सीखने का आनन्दमयी साधन
शर्मा, अनीता (2022) कविता - भाषा सीखने का आनन्दमयी साधन पाठशाला भीतर और बाहर, 12. pp. 51-56.
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Introduction
यह लेख भाषा सीखने में कविता के उपयोग पर आधारित है। लेखिका कहती हैं कि आमतौर पर कविता को माहौल बनाने के लिए कक्षा में प्रयोग किया जाता है जो उसका भरपूर और उचित उपयोग नहीं है। कविता सिर्फ़ कर लेने भर की ही गतिविधि नहीं है, बल्कि इससे बच्चों को पढ़ना-लिखना सीखने हेतु पूरा सन्दर्भ मिलता है और अर्थ निर्माण भी हो पाता है। लेखिका कहती हैं कि शुरुआती कक्षाओं में कविता बच्चों के मौखिक भाषा विकास के साथ-साथ पढ़ना-लिखना सिखाने में कारगर है और चले आ रहे तरीक़े से इतर एक और मज़बूत रास्ता भी सुझाती है।
Item Type: | Article |
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Discipline: | Education |
Programme: | University Publications > Pathshala Bheetar Aur Baahar |
Creators(English): | Anita Sharma |
Publisher: | Azim Premji University |
Journal or Publication Title(English): | Paathshala Bheetar aur Bahar |
URI: | http://anuvadasampada.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/2297 |
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Disclaimer
Translated from English to Hindi/Kannada by Translations Initiative, Azim Premji University. This academic resource is intended for non-commercial/academic/educational purposes only.
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ಅಜೀಂ ಪ್ರೇಮ್ಜಿ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾಲಯದ ಅನುವಾದ ಉಪಕ್ರಮದ ವತಿಯಿಂದ ಇದನ್ನು ಇಂಗ್ಲೀಷ್ನಿಂದ ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಅನುವಾದಿಸಲಾಗಿದೆ. ಈ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಂಪನ್ಮೂಲವನ್ನು ವಾಣಿಜ್ಯೇತರ, ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಉದ್ದೇಶಗಳಿಗೆ ಬಳಸಬಹುದಾಗಿದೆ.